| 1. | यंत्र ताम्र पत्र, रजत पत्र पर अंकित हो।
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| 2. | पूजन हेतु नाग-नागिन का चांदी का जोड़ा, रजत पत्र पर अंकित राहु-केतु यंत्र।
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| 3. | दीपावली के दिन रजत पत्र पर गुरु यंत्र बनवा कर उस पर पीला पुखराज या सुनहला लगवा लें।
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| 4. | दीपावली के दिन रजत पत्र पर सूर्य व शुक्र यंत्र बनवा कर उन पर क्रमशः माणिक्य व जरकन लगवा लें।
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| 5. | दीपावली के दिन रजत पत्र पर चंद्र व मंगल यंत्र बनवा कर उन पर क्रमशः मोती व मूंगा लगवा लें।
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| 6. | दीपावली के दिन रजत पत्र पर शुक्र व शनि यंत्र बनवा कर उन पर क्रमशः जरकन व नीलम अथवा नीली लगवा लें।
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| 7. | वििध विधान के साथ मोक्ष माला का परिधान होने के बाद आराधक संघ की ओर से रजत पत्र द्वारा अभिनंदन किया गया।
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| 8. | भोजपत्र / रजत पत्र पर असृगंध एवं चमेली की कलम से लिखित इस लक्ष्मी विनायक मंत्र पर पंचोपचार या षोडशोपचार से भगवान लक्ष्मी गणोश जी का पूजन करना चाहिए।
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| 9. | दीपावली के दिन रजत पत्र पर शनि व मंगल यंत्र बनवा कर उन पर क्रमशः नीलम व मूंगा लगवा कर उन्हें इन्हीं ग्रहों के मंत्रों से अभिमंत्रित कर लें।
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| 10. | भोजपत्र / रजत पत्र पर असृगंध एवं चमेली की कलम से लिखित इस लक्ष्मी विनायक मंत्र पर पंचोपचार या षोडशोपचार से भगवान लक्ष्मी गणोश जी का पूजन करना चाहिए।
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